मऊ। शारदा नारायन हाॅस्पिटल में विश्व अस्थमा दिवस मनाया गया इस अवसर पर निःशुुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया जिसमें कुल 110 मरीजों की निःशुल्क सांस की जांच कराई गई। स्वास्थ शिविर की शुरूआत शारदा नारायन हाॅस्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सक डा० संजय सिंह द्वारा फीता काट कर किया गया।
इस अवसर पर डा० सिंह ने लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि अस्थमा फेफड़ों में होने वाली गंभीर बीमारी है, जो लगभग सभी उम्र के लोगों के लिए खतरा बन सकती है। अस्थमा में रोगियों को वायु मार्ग के आसपास सूजन और मांसपेशियों की जकड़न में दिक्कत होने लगती है, जिसके कारण सांस लेना कठिन हो जाता है।
वैश्विक स्तर पर रिपोर्ट की जाने वाली इस बीमारी को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल मई में विश्व अस्थमा दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य अस्थमा या दमा जैसी श्वसन संबंधी बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाना, इसके लक्षणों को पहचानना, सही समय पर इलाज करवाना और अस्थमा से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करना है। डा० संजय सिंह ने बताया कि सांस लेने में तकलीफ, घरघराहट, सीने में जकड़न, खांसी, थकान आदि अस्थमा के मुख्य लक्षण है।
इस अवसर पर डा० राहुल कुमार,डा० सुदीप चौधरी, डा० शमसाद, डा० सतीश सिंह, सोमा आचार्या आदि लोग उपस्थित रहे।