बलिया। मानव जीवन सर्वश्रेष्ठ जीवन है। प्रत्येक जीव जो जन्म लेता है उसकी मृत्यु भी निश्चित है अर्थात मृत्यु अटल सत्य है जिसने जन्म लिया है उसने एक दिन मरना ही है।
सनातन धर्म में मृत्यु के बाद श्राद्ध एक महत्वपूर्ण संस्कार है जो दिवंगत आत्मा को तृप्त करने और उनके प्रति अपने ऋण को चुकाने के लिए किया जाता है। यह एक अनुष्ठान है जिसमें श्राद्ध कर्ता अपने पूर्वजों के नाम पर भोजन और जल अर्पित करते हैं तथा ब्राह्मण को भोजन कराते हैं। ब्राह्मणों के भोजन करने के बाद अपने इष्ट मित्रों व परिजनों को भोजन कराने के साथ श्राद्ध कर्ता स्वयं भोजन ग्रहण करता है।
श्राद्ध एक महत्वपूर्ण संस्कार है जो सनातन धर्म में पितरों के प्रति सम्मान और श्रद्धा को दर्शाता है यह संस्कार न केवल दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करता है बल्कि परिवार में भी सद्भाव और एकता लाता है।
मृत्यु अटल सत्य है इससे परे बेल्थरा रोड विधानसभा के पलिया खास निवासी सुभासपा बलिया जिला उपाध्यक्ष डॉ अरुण कुमार यादव के पिता मदन कुमार यादव भी नहीं रह सकते, 70 वर्ष की आयु में 8 मई 2025 को वह भी गोलोक वासी हो गए। उनकी मृत्यु के बाद शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करने वालों में सुभासपा के छोटे-बड़े नेता व समाजसेवी भी पहुंचे, इनमें सुभासपा के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव अरविंद राजभर एवं एमएलसी विच्छे लाल प्रमुख हैं।
20 मई को सुभासपा के छोटे बड़े नेताओं सहित डॉ यादव के शुभचिंतक भी उनके पिता के श्राद्ध कर्म में पहुंचकर स्वर्गीय मदन कुमार यादव के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर सुभासपा के प्रदेश महासचिव शिवेंद्र बहादुर सिंह, जिला अध्यक्ष सुग्रीव राजभर, केंद्रीय प्रभारी पतिराम राजभर, पूर्व मंत्री छट्ठू राम, प्रदेश महासचिव राम जी, प्रदेश प्रमुख महासचिव वीरेंद्र यादव, बेल्थरा रोड विधानसभा अध्यक्ष डॉ हरिनाथ राजभर, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष आतिफ जमील, आईटी सेल जिला अध्यक्ष मिथिलेश राजभर, तैमूर खान, रामचंद्र राम, पंकज राजभर आदि प्रमुख रहे।