"अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस" पर शारदा नारायण हाॅस्पिटल में काटा गया केक

अपने जख्मों को भूलकर नर्स दुसरों के जख्मों पर मरहम लगाती है- डा० सुजीत सिंह  

मऊ। आज शारदा नारायन हास्पिटल में केक काट कर अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया गया इस अवसर पर शारदा नारायन हास्पिटल के क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट्स डा० सुजीत सिंह द्वारा सभी विभागों की नर्सों को उनके कुशल कार्य हेतु गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए डा० सुजीत सिंह ने कहा कि हमारी सेहत को सुनिश्चित करने में जितना योगदान डॉक्टर का होता है उतना ही नर्सों का भी है। नर्सिंग प्रोफेशन को सम्मान देने के लिए और नर्सों के काम की सराहना करते हुए हर साल 12 मई के दिन दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है। नर्स मरीजों की देखरेख ही नहीं करतीं बल्कि डॉक्टर और मरीजों के बीच की एक मजबूत कड़ी का भी काम करती हैं। अस्पतालों में डॉक्टर मरीजों की दवाइयों और खानपान का ध्यान रखने के लिए नर्सों से ही कहते हैं और वे इस काम को पूरे प्रोफेशनलिज्म के साथ करती हैं, साथ ही मरीजों की भावनाओं का भी ध्यान रखती हैं। नर्सों के इसी योगदान की सराहना करना इस दिन का मकसद है। यह भी कोशिश की जाती है कि नई पीढ़ी को भी इस प्रोफेशन के बारे में बताया जा सके और इससे जागरूक किया जा सके।हर साल इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सेस यानी आई.सी.एन. अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस की एक थीम चुनता है और इसी थीम पर नर्स दिवस मनाया जाता है। साल 2025 में नर्स दिवस की थीम है नर्सः नेतृत्व करने के लिए एक आवाज - गुणवत्ता प्रदान करना, समानता सुनिश्चित करना है। इस अवसर पर डा० राहुल कुमार, डा० एना यादव, डा० शमशाद, डा० स्निग्धा सोनल, डा० सुदीप चौधरी, सोमा आचार्या आदि लोग उपस्थित रहे।

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