जम कर लगे शहीदों की याद में मजहबी नारे
सिकन्दरपुर, बलिया। इस्लाम धर्मावलंबियों द्वारा मनाए जा रहे मोहर्रम के दस दिवसीय त्यौहार के तहत आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों के क्रम में पांचवी मोहर्रम मंगलवार को नगर में 'यादगारे शोहदाये कर्बला' के तहत बड़ा जुलूस निकाला गया।जिस में हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय सहित अन्य समुदाय के लोगों ने भाग लिया।
इस दौरान जुलूस में शामिल कुछ नौजवानों के हाथों में जहां परचम बुलंद था वहीं नात खान नवहा व मर्सिया पढ़ते चल रहे थे
वहीं जुलूस के दौरान उस के गुजरने के मार्गों पर निजी तौर से कमेटियों एवं समाजसेवियों के द्वारा जगह जगह शबील का इंतजाम किया गया था जहां ठंडा पानी व शर्बत पिलाने के साथ ही लोगों में तबरुक तक़सीम किया गया।
जुलूस के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन द्वारा पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी, साथ ही उपजिलाधिकारी सुनील कुमार, क्षेत्राधिकारी रजनीश कुमार, तहसीलदार प्रवीण कुमार, थाना प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह व चौकी प्रभारी ज्ञान प्रकाश तिवारी शुरू से लेकर समाप्त होने तक जुलूस के साथ लगातार लगे रहे।
जुलूस में प्रमुख रूप से सैयद जाफ़र अजमली, कारी फिरोज खान, नजरुल बारी, शेख अलीमुद्दीन, गनेश प्रसाद सोनी, डॉ उमेश चन्द, हमीदुल कादरी, हाजी शेख वसी अहमद, जावेद इकबाल अंसारी, वसी अहमद, फैजी अंसारी, खुर्शीद नेता,रईस अहमद, जमील बेग, मुमताज खां मेम्बर, इलियास अहमद, दानिश अंसारी, गुड्डू अंसारी, खुर्शीद आलम, मो.आरिफ अंसारी, टिंकू खान, संजय जायसवाल, राकेश सिंह, राकेश यादव, डॉ आशुतोष गुप्ता, घनश्याम मोदनवाल, जितेश कुमार वर्मा, अभिषेक सोनी, मुजफ्फर अंसारी, इमरान खन्ना, डॉ.सलाहुद्दीन खां, डॉ नदीम खां, हाफिज शमशाद अहमद, तसव्वर हुसेन, इलियास अहमद, मास्टर ऐनुलहक़, कारी फिरोज, जमिलुद्दीन उर्फ बाबू खां, शाहिद अली अंसारी, मोज़्जमिल भाई सहित हजारों लोगों ने शिरकत की।