यादगारे शोहदाये कर्बला के तहत सिकन्दरपुर में मंगलवार को निकाला गया बड़ा जुलूस

रिपोर्ट- गौहर खान 
 
जम कर लगे शहीदों की याद में मजहबी नारे

सिकन्दरपुर, बलिया। इस्लाम धर्मावलंबियों द्वारा मनाए जा रहे मोहर्रम के दस दिवसीय त्यौहार के तहत आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों के क्रम में पांचवी मोहर्रम मंगलवार को नगर में 'यादगारे शोहदाये कर्बला' के तहत बड़ा जुलूस निकाला गया।जिस में हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय सहित अन्य समुदाय के लोगों ने भाग लिया।
नगर के मोहल्ला बढा स्थित दरगाह के मैदान से सुबह डॉ सैय्यद मिन्हाजुद्दीन अजमली के नेतृत्व में अदब और एहतराम के साथ निकला जुलूस निर्धारित मार्गों से गुजरते हुए दोपहर में मोहल्ला मुड़ियापुर स्थित हजरत हाशिम शाह चहारजरब के मजार के प्रांगण में पहुंच कर जलसा का शक्ल अख्तियार कर गया।
भ्रमण के दौरान जुलूस में शामिल नातखां जहां नौहा व मर्सिया पढ़ते चल रहे थे। वहीं उसे जगह जगह रोक कर मज़हबी व कर्बला के शहीदों की याद में तरह तरह के नारे बुलन्द किये जा रहे थे।
इस दौरान जुलूस में शामिल कुछ नौजवानों के  हाथों में जहां परचम बुलंद था वहीं नात खान नवहा व मर्सिया पढ़ते चल रहे थे 
वहीं जुलूस के दौरान उस के गुजरने के मार्गों पर निजी तौर से कमेटियों एवं समाजसेवियों के द्वारा जगह जगह शबील का इंतजाम किया गया था जहां ठंडा पानी व शर्बत पिलाने के साथ ही  लोगों में तबरुक तक़सीम किया गया।
जलूस के दौरान हुई बारिश से सड़कों पर देखते ही देखते नदिया बहने लगीं और गंदा पानी पूरी तरह से सड़कों पर भर गया। वहीं हुसैनी जलूस मजबूरी में इसी पानी से हो कर गुजरा सिकंदरपुर कस्बे में जल निकासी की समस्या आज भी बनी हुई है।
दाता साहब के मजार के प्रांगण में जलसा से खेताब़ करते हुए डॉ सैयद मिन्हाजुद्दीन अजमली ने कर्बला के शहीदों की याद को ताजा किया, साथ ही हजरत इमाम हुसैन की सीरत और उनके द्वारा समाज को दी गई शिक्षा के बारे में चर्चा की। उन्होंने उन के दिखाए रास्तों व इस्लाम के उसूलों पर चलने की लोगों को नसीहत दी।
सुरक्षा व्यवस्था रही चाक चौबंद 
जुलूस के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन द्वारा पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी, साथ ही उपजिलाधिकारी सुनील कुमार, क्षेत्राधिकारी रजनीश कुमार, तहसीलदार प्रवीण कुमार, थाना प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह व चौकी प्रभारी ज्ञान प्रकाश तिवारी शुरू से लेकर समाप्त होने तक जुलूस के साथ लगातार लगे रहे।
जुलूस में प्रमुख रूप से सैयद जाफ़र अजमली, कारी फिरोज खान, नजरुल बारी, शेख अलीमुद्दीन, गनेश प्रसाद सोनी, डॉ उमेश चन्द, हमीदुल कादरी, हाजी शेख वसी अहमद, जावेद इकबाल अंसारी, वसी अहमद, फैजी अंसारी, खुर्शीद नेता,रईस अहमद, जमील बेग, मुमताज खां मेम्बर, इलियास अहमद, दानिश अंसारी, गुड्डू अंसारी, खुर्शीद आलम, मो.आरिफ अंसारी, टिंकू खान, संजय जायसवाल, राकेश सिंह, राकेश यादव, डॉ आशुतोष गुप्ता, घनश्याम मोदनवाल, जितेश कुमार वर्मा, अभिषेक सोनी, मुजफ्फर अंसारी, इमरान खन्ना, डॉ.सलाहुद्दीन खां, डॉ नदीम खां, हाफिज शमशाद अहमद, तसव्वर हुसेन, इलियास अहमद, मास्टर ऐनुलहक़, कारी फिरोज, जमिलुद्दीन उर्फ बाबू खां, शाहिद अली अंसारी, मोज़्जमिल भाई सहित हजारों लोगों ने शिरकत की।
विज्ञापन