स्व० शिवकुमारी देवी जी
मुझे ये कहने में कोई गुरेज नहीं है कि ग्रामवासियों का जो स्नेह उन्हें मिला, वो अभूतपूर्व था। प्रति वर्ष जरूरतमंदों के बीच वस्त्र वितरण से लेकर आवश्यक सामग्रियों का वितरण उनकी हमेशा प्राथमिकता रही।
स्व० शिवकुमारी देवी जी के ज्येष्ठ पुत्र ब्लाक प्रमुख ( सीयर ) आलोक कुमार सिंह बताते हैं कि 2015 में मैंने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत मां की प्रेरणा से ही की, कर्मभूमि के रूप में भी मैंने अपने जन्मभूमि को चुना तथा गांव का प्रधान बना। एक किस्सा बताते हुए प्रमुख श्री सिंह बताते हैं कि मेरे कार्यकाल में जब सभी गांव वासियों के आवास बन रहे थे तो मां ने खुशी जताते हुए कहा कि ये मेरी एक अधूरी ख्वाहिश थी जो अब पूरी हो रही है।मां की इच्छा थी कि गांव का हर एक परिवार मूलभूत सुविधाओं से युक्त हो और इसका सबसे बड़ा कारण यही था कि मां का गांववासियों के साथ एक विशेष पारिवारिक लगाव था।
इसके बाद जब सीट आरक्षित हुई तो लंबे समय से श्री सिंह के पारिवारिक सहयोगी के रूप में रहे देवनाथ राजभर की पत्नी गीता राजभर प्रधान हुईं, मां की ही इच्छा थी कि श्रीमती राजभर ग्राम प्रधान के रूप में चुनाव लड़ें। उनके ग्राम प्रधान निर्वाचित होने के बाद भी गांववासियों के प्रति विकास तथा सहयोग की रफ्तार पूर्ववत ही रही।
छोटे पुत्र और महादेव कंस्ट्रक्शन के प्रबंध निदेशक अनूप कुमार सिंह "मंटू" बताते हैं कि मेरी मां का जन्म बड़े ही कुलीन, सांस्कारिक एवं बड़े संयुक्त परिवार में हुआ था, जिससे उनके अंदर परिवार को साथ लेकर चलने की तथा परस्पर सम्बन्धों में समन्वय स्थापित करने की अदभुत क्षमता विरासत में मिली थी l मां सादगी, सदभाव, विनम्रता, करुणा की प्रतिमूर्ति थी। हम लोगों की परवरिश, परिवार को एकीकृत करने के साथ एक आदर्श परिवार की स्थापना में उनके संस्कार स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ते हैं। मां की विचारों को आगे ले जाने का प्रयास हम सभी आजीवन करेंगे l वो सदा हम लोगों की प्रेरणा स्रोत थीं और हमेशा रहेंगी l