ब्रिगेडियर उस्मान की जीवनी पर आधारित पुस्तक का विमोचन किया पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने

ब्रिगेडियर उस्मान की वीरगाथा अब शब्दों में पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने किया लोकार्पण

नई दिल्ली।भारत-पाक युद्ध 1947-48 के हीरो और "नायकों के नायक" कहे जाने वाले शहीद ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान की जीवनगाथा पर लिखी गई पुस्तक "नौशेरा का शेर" ब्रिगेडियर मुहम्मद उस्मान का आज दिल्ली में विमोचन हुआ। यह पुस्तक बलिया के रहने वाले पत्रकार कौसर उस्मान द्वारा लिखी गई है।पुस्तक का विमोचन भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने किया, जो स्वयं ब्रिगेडियर उस्मान के पारिवारिक सदस्य हैं। इस अवसर पर श्री अंसारी ने कहा "ब्रिगेडियर उस्मान केवल एक सैनिक नहीं थे, वे राष्ट्रभक्ति, साहस और बलिदान के प्रतीक हैं। कौसर उस्मान द्वारा लिखी गई यह पुस्तक न केवल एक बहादुर सैनिक की कहानी है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है। "ब्रिगेडियर उस्मान भारतीय सेना के वे विरले अधिकारी थे जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में अपने प्राण न्योछावर कर दिए लेकिन पीछे नहीं हटे। उन्हें मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था।
लेखक कौसर उस्मान ने कहा, "यह पुस्तक ब्रिगेडियर उस्मान की जीवन और बलिदान से प्रेरित होकर लिखी है। मेरी तरफ से एक राष्ट्र के वीर को श्रद्धांजलि है। ब्रिगेडियर उस्मान की सादगी, सेवा भावना और देश के प्रति समर्पण आज भी हमारे लिए मार्गदर्शक हैं "।
"शहीदों के सरताज" ब्रिगेडियर उस्मान पर किताब का हुआ भव्य विमोचन
आपको बताते चलें कि अभी हाल ही में देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अप्रतिम सेना नायक ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान का 77वां बलिदान दिवस उनके पैतृक गांव मऊ जनपद के मधुबन तहसील अंतर्गत बीबीपुर गांव में मनाया गया। 3 जुलाई 1948 को शहीद होने वाले "नौशेरा के शेर" का जन्म 15 जुलाई 1912 को तत्कालीन आजमगढ़ जिले के बीबीपुर गांव में (अब मऊ जिले के मधुबन तहसील अंतर्गत) हुआ था। पुस्तक विमोचन के अवसर पर दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व चेयरमैन डॉ. ज़फ़रुल इस्लाम खान भी उपस्थित रहे।
इस पुस्तक को दिल्ली स्थित 'फ़ारोस मीडिया पब्लिशिंग प्राइवेट लिमिटेड' ने प्रकाशित किया है।

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